इंटरनेट इंटरनेशनल नेटवर्किंग (international Network ) का संक्षिप्ताक्षर है। यह दुनिया भर में फैले हुए अनेक छोटे-बड़े कम्प्यूटर नेटवर्को के विभिन्न संचार माध्यमों द्वारा आपस में जुड़ने से बना विशाल व विश्व व्यापी जाल (global network) है जो समान नियमों (protocols) का अनुपालन कर एक-दूसरे से संपर्क स्थापित करते हैं तथा सूचनाओं का आदान-प्रदान संभव बनाते हैं।
इंटरनेट नेटवर्कों का नेटवर्क है। यह संसार का सबसे बड़ा नेटवर्क है जो दुनियाभर में फैले व्यक्तिगत, सार्वजनिक, शैक्षिक, व्यापारिक तथा सरकारी नेटवर्कों के आपस में जुड़ने से बनता है।
इंटरनेट को हम आधुनिक युग के संदेशवाहक की संज्ञा दे सकते हैं। इस तकनीक का प्रयोग कर हम किसी सूचना, जिसमें डाटा (data), टेक्स्ट (text), ग्राफ (graph) चित्र (image), ध्वनि (audio) तथा चलचित्र (video) शामिल है, को पलक झपकते ही दुनिया के एक कोने से दूसरे कोने में भेज सकते हैं तथा इंटरनेट से जुड़े कम्प्यूटरों में रखी गयी विशाल सूचनाओं में से वांछित सूचना प्राप्त भी कर सकते हैं। इंटरनेट के बढ़ते उपयोग के कारण ही आधुनिक युग को “संचार क्रांति का युग’ भी कहा जाता है।
इंटरनेट का विकास ( development of internet)
प्रोफेसर J.C. Licklider ने 1962 मे सबसे पहले internet की स्थापना का विचार दिया था इसलिए इन्हें internet का जनक भी कहा जाता है
internet की शुरुआत अमेरिका के रक्षा विभाग द्वारा की गई। अमेरिका के रक्षा विभाग द्वारा सर्वप्रथम ARPANET (advanced research project agency net) का विकास किया गया ARPANET का प्रयोग सबसे पहले रक्षा विभाग के अनुसंधान एवं विकास के लिए किया गया था पर 1989 मे इसे आम जनता के लिए खोल दिया गया
सन 1989 मे इंग्लेंड के वैज्ञानिक टिम बर्नर्स ली ने HTML ( hyper text markap language) का विकास किया जिसने internet के क्षेत्र मे क्रांति ला दी।
www ( world wide web) के विकास मे भी टिम बर्नर्स ली का महत्वपूर्ण योगदान था इसलिए इन्हें वर्ल्ड वाइड वेब का जनक भी माना जाता है वर्ल्ड वाइड वेब ,हाइपरटेक्स्ट ट्रांसफर प्रोटोकोल (http) और TCP/IP के नियमो का पालन करता है
वर्ल्ड वाइड वेब www का सबसे पहले प्रयोग 6 अगस्त 1991 को हुआ था
वर्ल्ड वाइड वेब पर आधारित पहला वेब ब्राउज़र mosaic था जिसका आविष्कार मार्क एंडरसन द्वारा 1993 मे किया गया था
1993 से ही CERN (European organization Nuclear Research) सब के लिए निशुल्क उपयोग के लिये उपलब्ध कराया।
इसके बाद 1994 मे वर्ल्ड वाइड वेब के प्रोटोकोल और मानकों के विकास के लिए वर्ल्ड वाइड वेब संघ ( world wide web consortium-W3C ) की स्थापना हुई
भारत में इंटरनेट सेवा सर्वप्रथम विदेश संचार निगम लिमिटेड VSNL द्वारा प्रदान की गई कम्पनी की स्थापना 15 अगस्त 1995 ईस्वी को हुई थी
इंटरनेट कैसे काम करता है? ( How internet works)
दुनिया भर के सभी छोटे और बड़े कंप्यूटरों को को आपस में जोड़ने के लिए इंटरनेट का निर्माण हुआ इंटरनेट क्लाइंट सर्वर मॉडल पर आधारित है इंटरनेट से जुड़ा है प्रत्येक कंप्यूटर एक सर्वर से जुड़ा हुआ होता है तथा संसार की सभी server विभिन्न संचार माध्यमों द्वारा आपस में जुड़े होते हैं सरवर अपने से जुड़े उपयोगकर्ता के द्वारा मांगी गई जानकारी सूचना या डाटा उपलब्ध कराता है यदि मांगी गई जानकारी सरवर पर उपलब्ध नहीं है तो वह server की पहचान करता है जहां यह सूचना उपलब्ध होती हैं उस server से सूचना उपलब्ध कराने का अनुरोध करके उस व्यक्ति द्वारा मांगी गई जानकारी उपलब्ध कराता है
internet से जुड़े हुए सभी computers के डाटा के आदान प्रदान के लिए आवश्यक हैें की network एक समान नियमों और protocols का पालन करे open architecture networking द्वारा TCP/IP के 2 स्तरीय के परिपालन द्वारा सूचना के स्थानांतरण को अधिक सुविधाजनक बनाया गया है अतः इसमे सूचना के आदान प्रदान के डाटा को pecket के माध्यम से एक जगह से दूसरी जगह ले जाया जाता है अतः इस कारण एक ही संचार माध्यम का प्रयोग करके विभिन्न user अपने data का स्थानांतरण एक दूसरे से सीधे जुड़े बिना भी कर सकते है
किसी computer को internet से जोड़ने के लिये internet serviсe provider से सेवा लेनी पड़ती है टेलीफोन line या वायरलेस तकनीक द्वारा computer को internet से जोड़ा जाता है इसके लिए हमे internet सेवा प्रदाता को कुछ pay भी करना पड़ता है।
इन्टरनेट का मालिक कौन है? ( Who Owns internet)
internet एक ऐसा सूचना तंत्र है जो किसी व्यक्ति संस्था के नियत्रण से मे ना होकर इसका internet के अनेक संस्थानों निगमों सरकारी उपक्रमों शिक्षा संस्थानों एवं विभिन्न internet सेवा प्रदाताओं का थोड़ा थोड़ा स्वामित्व माना जाता है
internet की कार्यप्रणाली और देख-रेख तथा अंतरराष्ट्रीय मानक निर्धारण करने के लिए अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं है
कुछ अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं
1.ISOC (internet society) –
यह एक गैर-लाभकारी अंतरराष्ट्रीय संस्था है इसका 1992 मे किया गया था यह internet से संबंधित नियमों नीतियों और protocols के विकास और internet के क्षेत्र मे शिक्षित करने कार्य करता है।
2. internet Architecture Board ( IAB)
यह एक अंतरराष्ट्रीय और गैर लाभकारी संस्था है यह संस्था internet society (ISOC) के द्वारा निर्धारित नियमों के तहत internet के तकनीकी और इंजिनियरिंग के विकास का कार्य करते है।
3. ICANN (internet corporation for assigned Names & Numbers ):
इसकी स्थापना सन 1998 मे कि गई थी यह संस्था IP address and domain name को प्रदान करने और मानकों को निर्धारण करने का काम करता है।
4. Domain Name Registrar’s:
कुछ गैर सरकारी संस्थाएं ICANN के द्वारा निर्धारित मानकों के अनुसार internet के लिए Domain name प्रदान करवाती है इन्हें Domain name रजिस्ट्रार कहा जाता हैें यह Domain name रजिस्ट्रार यह सुनिश्चित करते है कि प्रत्येक व्यक्ति या संस्था को एक विशेष Domain name प्रदान किया जाए Domain name रजिस्ट्रार का निर्धारण ICANN या country code Top level Domain (CCTLD) द्वारा किया जाता है।
5. W3C ( Word wide web consortium)
यह एक अंतरराष्ट्रीय संस्था है जिसकी स्थापना 1994 मे कि गई थीं यह world wide web के जनक तिम बर्नर्स ली के नेतृत्व मे काम करती हैें यह संस्था world wide web के प्रयोग के नियमों एवं मानकों का निर्धारण करती है
6. IETF ( internet engineering task force)
यह एक ऐसी संस्था है जो इंटरनेट के मानकों की विकास एवं उपयोग के लिए प्रोत्साहित करते हैं।
7. IRTF ( internet Research Task force)
यह संस्था भविष्य मे use होने वाली internet से जुड़ी कार्य प्रणाली मे सुधार हेतु सुधार रिसर्च को बढावा देती हैं।
conclusion
आज आप ने जाना कि internet क्या है, इसकी कार्य प्रणाली कैसी है,।internet कैसे काम करता है, internet के जनक कोन है, internet सेवा प्रदाता कौन है इस article से आपको इनके जवाब मिल गए होगे। आशा करता हू यह article आपके लिए help full रहा camment मे जरूर बताए कि यह internet से संबंधित यह आर्टिकल आपको कैसा लगा। धन्यवाद