make in India का शुरुआत करने का मकसद देश को एक ऐसा मेनुफेचिंग हब बनाना था इस योजना के तहत उद्योग के क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए घरेलू और विदेशी निवेशकों को एक अनुकूलित माहौल उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया था जिससे विनिर्माण के केंद्र के रुप में रोजगार के अवसर पैदा होंगे make in India की सुरुआत करने का लक्ष्य यही था देश को एक मेनुफेक्शरिंग हब बनाया जा सके और अधिक से अधिक औद्योगिक विकास हो और रोजगार के अवसर प्रदान किए जा सकें
मेक इन इंडिया योजना क्या है
Meke in india योजना भारत सरकार द्वारा शुरू की गई योजना है जिसमें भारत के विकास में उद्योग और विनिर्माण के क्षेत्र में उधमिता विकास को बढ़ावा देने की एक योजना हैं।
इस योजना के जरिए भारत सरकार ने देश को एक येसी ऊंचाइयों पर ले जाने का प्रयास किया है। कि जिससे भारत में उद्योगों का विकास हो सके और युवाओं को भी रोजगार मिल सके।
मेक इन इंडिया कब शुरू हुआ
Make in India की शुरुआत 25 सितम्बर 2014 को की गई थी जिसका उद्देश्य विनिर्माण क्षेत्र के संवर्धन हेतु भारत को एक महत्वपूर्ण विनिर्माण निवेश तथा अभिनय प्रयोगो के वैश्विक केंद्र के रुप में प्रवर्तित करना और उसके 25 औद्योगिक क्षेत्रों की पहचान की गई थी
मेक इन इंडिया के चार स्तम्भ
- नई सोच
- नए क्षेत्र
- नए बुनियादी ढांचे
- नई प्रक्रियाएं
नए क्षेत्र
make in India योजना में सबसे पहले स्थम्ब के रुप में नए क्षेत्रों की पहचान करना सबसे पहले रखा गया था क्योंकि शुरुआत में केवल 25 क्षेत्र ही पहचाने गए थे इसलिए आगे के विकास के लिए यह स्थंब एक महत्वपूर्ण ढांचा साबित हुआ।
नई सोच
भारत के औधोगिक विकास के लिए नई सोच का होना सबसे ज्यादा जरूर था क्योंकि नई सोच के माध्यम से युवाओं में सोचने की क्षमता का विकास होगा और इन्हीं की नई सोच के माध्यम से भारत में नए नए स्टार्टअप आयेगे और उधमिता के क्षेत्र का विकास होगा।
नई प्रतिक्रियाएं
make in india के तहत नई नई प्रतिक्रियाएं का विकास करना सबसे ज्यादा जरूरी है। क्योंकि ये कारोबारी माहौल को बेहतर बनाने का प्रयास करतीं हैं और औधोगिक क्षेत्र को बढ़ावा देने में मदद करती है।
नए बुनियादी ढांचे
make in India कार्यक्रम की शुरूआत से बुनियादी ढांचे तैयार लिए जा रहे हैं। जिससे की नए नए स्टारटप को बढ़ावा मिले और उन्हें बुनियादी तौर पर सक्षम बनाया जा सके।
मेक इन इंडिया कार्यक्रम के फायदे
make in India की शुरुआत के बाद से देश में नए नए स्टारटअप की शुरुआत हुई। जिससे रोजगार के क्षेत्र में वृद्धि हुई हैं।
युवाओं को नए नए क्षेत्रों में विकास के लिए अधिक से अधिक menufecring indrasti का विकास हो रहा हैं।
Make in India कार्यक्रम के ही वजह से देश में अधिक से अधिक इन्वेस्टमेंट आ रहा है। जिससे देश का औधोगिक विकास तेजी से हो रहा है।
conclusion
make in india योजना की शुरुआत से ही भारत के औधोगिक विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। और भारत के युवाओ को रोजगार देने में देने में भी इस भी योजना की एक अहम् भूमिका है।
FAQ
मेक इन इंडिया योजना की शुरुआत कब हुई ?
25 सितम्बर 2014