- हाइड्रोजन ब्रह्मांड विश्व में सर्वाधिक पाया जाने वाला तत्व एवं अधातु है
- हाइड्रोजन आवर्त सारणी में प्रथम तक है जिसका परमाणु क्रमांक एक होता है
- हाइड्रोजन की खोज 1776 ईस्वी में हेनरी केवेंडिश ने की थी
- हाइड्रोजन के कुछ गुणों की समानताएं चार धातुओं तथा कुछ गुणों की समानताएं हैलोजन से होती है अतः हाइड्रोजन को आवर्त सारणी में एक उचित स्थान नहीं दिया जा सकता जो आवर्त सारणी का एक दोष है
हाइड्रोजन के समस्थानिक
हाइड्रोजन के तीन समस्थानिक ज्ञात है।
- प्रोटियम (H)
- ड्यूटीरियम (D)
- ट्राइटियम (T)
हाइड्रोजन के प्रकार
परमाण्विक हाइड्रोजन ( atomic Hydrogen )
हाइड्रोजन गैस H2 को सामान्य दाब 4000 से 4560 डिग्री सेल्सियस ताप पर दो टंगस्टन क्षणों के बीच विद्युत आर्क के माध्यम से प्रवाहित करने पर परमाण्विक हाइड्रोजन प्राप्त होता है परमाण्विक हाइड्रोजन का जीवनकाल 0.3 सेकंड होता है अतः यह तुरंत ही आणविक हाइड्रोजन H2 में परिवर्तित हो जाता है तथा अत्यधिक ऊर्जा मुक्त करता है इस ऊर्जा का प्रयोग काटने व बैल्डिंग हेतु किया जाता है
नवजात हाइड्रोजन ( Newborn Hydrogen )
यह रसायनिक अभिक्रिया में किसी यौगिक द्वारा तुरंत ही निकाली हुई हाइड्रोजन होती है जो आणविक हाइड्रोजन से अधिक क्रियाशील होती है
ऑर्थो हाइड्रोजन ( Ortho Hydrogen )
हाइड्रोजन के एक अणु में हाइड्रोजन(H) के दो परमाणु होते हैं दोनों परमाणु के नाभिक यदि एक ही दिशा में चक्रण गति (spin Motion ) करते हैं तो इस रूप को ऑर्थो हाइड्रोजन कहते हैं
पैरा हाइड्रोजन (para Hydrogen )
डाई हाइड्रोजन के अणु में हाइड्रोजन के दोनों परमाणुओं के नाभिक यदि विपरीत दिशा में चक्रण गति करते हैं तो इस रूप को पैरा हाइड्रोजन कहते हैं
हाइड्रोजन गैस
यह एक रंगहीन गंदी तथा स्वाधीन गैस है जो अत्यधिक ज्वलनशील होती है
यह ज्ञात तत्वों में सर्वाधिक हल्का तथ्य जिसका घनत्व भाइयों का एक बटे चार होता है साधारण ताप वादा पर 1 लीटर हाइड्रोजन का वजन केवल 0.899 gram होता है।
धातुओं( Na , k , ca आदि) पर जल की क्रिया जल के विद्युत अपघटन तथा अम्ल क्षार की क्रिया से हाइड्रोजन प्राप्त होती है
हाइड्रोजन को जलाने पर जल प्राप्त होता है
प्रयोगशाला में दानेदार जस्ता पर चांद सल्फ्यूरिक अम्ल की क्रिया द्वारा हाइड्रोजन प्राप्त की जाती है
व्यापारिक स्तर पर जल के विद्युत अपघटन द्वारा कुक हाइड्रोकार्बन पर भाप की क्रिया द्वारा तप्त लोहे पर भाप व जल गैस प्रवाहित करके हाइड्रोजन गैस प्राप्त की जाती है
हाइड्रोजन के उपयोग
उच्च दाब पर वनस्पति तेल निकेल उत्प्रेरक की उपस्थिति में जब हाइड्रोजन से सहयोग करता है तो वनस्पति घी में बदल जाता है यह प्रक्रिया तिलों का हाइड्रोजनीकरण कहलाती है
हैबर विधि द्वारा अमोनिया के निर्माण में हाइड्रोजन का उपयोग किया जाता है
अंतरिक्ष अनुसंधानों में रॉकेट ईंधन के रूप में द्रव ऑक्सीजन व द्रव हाइट्रोजन का प्रयोग किया जाता है।
धातुओं को काटने व वेल्डिंग करने हेतु हाइट्रोजन का प्रयोग ‘ऑक्सी हाइड्रोजन टार्च’ के रूप में किया जाता है।
ईधन सेल , संश्लेषित प्रेट्रोल आदि बनाने में हाइड्रोजन का प्रयोग किया जाता है।
सामान्यता गुबारों में हाइड्रोजन गैस भरी जाती है।
questions
हाइड्रोजन के कितने समस्थानिक होते है?
हाइड्रोजन के तीन समस्थानिक होते है इसकी सम्पूर्ण जानकारी आर्टिकल में दी गई गई है।
हाइड्रोजन कितने प्रकार के होते हैं?
हाइड्रोजन के प्रकार
परमाण्विक हाइड्रोजन ( atomic Hydrogen )
हाइड्रोजन गैस H2 को सामान्य दाब 4000 से 4560 डिग्री सेल्सियस ताप पर दो टंगस्टन क्षणों के बीच विद्युत आर्क के माध्यम से प्रवाहित करने पर परमाण्विक हाइड्रोजन प्राप्त होता है परमाण्विक हाइड्रोजन का जीवनकाल 0.3 सेकंड होता है अतः यह तुरंत ही आणविक हाइड्रोजन H2 में परिवर्तित हो जाता है तथा अत्यधिक ऊर्जा मुक्त करता है इस ऊर्जा का प्रयोग काटने व बैल्डिंग हेतु किया जाता है
नवजात हाइड्रोजन ( Newborn Hydrogen )
यह रसायनिक अभिक्रिया में किसी यौगिक द्वारा तुरंत ही निकाली हुई हाइड्रोजन होती है जो आणविक हाइड्रोजन से अधिक क्रियाशील होती है
ऑर्थो हाइड्रोजन ( Ortho Hydrogen )
हाइड्रोजन के एक अणु में हाइड्रोजन(H) के दो परमाणु होते हैं दोनों परमाणु के नाभिक यदि एक ही दिशा में चक्रण गति (spin Motion ) करते हैं तो इस रूप को ऑर्थो हाइड्रोजन कहते हैं
पैरा हाइड्रोजन (para Hydrogen )
डाई हाइड्रोजन के अणु में हाइड्रोजन के दोनों परमाणुओं के नाभिक यदि विपरीत दिशा में चक्रण गति करते हैं तो इस रूप को पैरा हाइड्रोजन कहते हैं
इन्हें भी देखें
रक्त (blood): ABO सिस्टम, RBC, WBC, प्लेटलेट्स ,Blood transfusion| blood group in hindi
क्लोनिंग क्या है। प्रकार , क्लोनिग के लाभ एवं हानि ,उदाहरण और विशेष तथ्य ( what is cloning)