भारत की तट रेखा 7516 क्रम लंबी है। किंतु यह तट रेखा कम कटी-फटी है। अतः इसके तट पर बड़े प्राकृतिक बंदरगाह बहुत कम है। भारत के 13 बड़े बंदरगाहों का प्रशासन एवं प्रबंध केंद्र सरकार करती हैं। जबकि छोटे बंदरगाहों पर राज्य सरकार का नियंत्रण रहता है।
पश्चिम तट पर स्थित प्रमुख बंदरगाह
1 मुंबई
- सालसेट दीप पर स्थित मुंबई भारत का सबसे बड़ा बंदरगाह है इसलिए मुंबई को भारत के प्रवेश द्वार की संज्ञा दी जाती है
- सभी बंदरगाहों से होने वाले कुल कारोबार का 20% से भी अधिक करवर इसी बंदरगाह से होता है जिसमें पेट्रोलियम पदार्थों तथा शुष्क माल प्रमुख है
- इसका पोताश्रय प्राकृतिक है।
- यह मुक्त व्यापार क्षेत्र के रूप में स्थापित किया गया है।
2 न्यू मुंबई
- इसे जवाहर लाल नेहरू पत्तन के नाम से भी जाना जाता है।
- यह भारत का सबसे आधुनिक पत्तन है
- इस बंदरगाह में अत्याधुनिक कंप्यूटर नियंत्रित तकनीकों का प्रयोग किया जाता है।
3 कांडला
- यह एक ज्वारीय पत्तन है।
- इसका पोताश्रय प्राकृतिक है।
- यह मुक्त व्यापार क्षेत्र के रूप में स्थापित किया गया है।
- इस पत्तन की सबसे बड़ी असुबिधा यह है की यह भूकंप की पट्टी पर पड़ता है। जिसमे यहाँ भवन निर्माण पर अधिक खर्च पड़ रहा है।
4 मार्मुगोआ
- यह एक प्राकृतिक बंदरगाह है।
- यहाँ निर्यात आयात की तुलना में अधिक होता है।
5 न्यू मंगलोर
- इस बंदरगाह में केन्द्रमुख के लौह अयस्क के निर्यात की सुविधा विशेष रूप से उपलब्ध कराई जाती है।
6 कोचीन
- यह एक प्राकृतिक बन्दरगाह है।
- पाल घाट दर्रे से बनाये गए रेलमार्ग द्वारा यह दक्षिण भारत के भीतरी भागों से जुड़ा है। आयात में चावल , गेहूँ ,पैट्रोल, कोयला ,लौहे के सामान इत्यादि।
पूर्वी तट पर स्थित प्रमुख बंदरगाह
1 कोलकाता
- यह बंदरगाह हुगली नदी के तट पर स्थित है।
- हुगली नदी में निरन्तर गाद जमा होते रहने के कारण 64 km दूर खुली खाड़ी में डायमंड हर्वल का निर्माण किया गया है। ज्वार आने पर ही बड़े बड़े जहाज यहाँ से खिदिरपुर तक जाते है। जो कोलकाता का मुख्य बंदरगाह है।
- यहाँ से आयात और निर्यात होने वाली बस्तुओं में काफी विविधता पाई जाती है।
2 हल्दिया
- इसका विकास कोलकाता के सहायक बंदरगाह के रूप में किया गया है। इसका विकास उन बड़े-बड़े जहाजों के लिए किया गया है। जो कोलकाता तक नहीं पहुँच पाते है।
- यह बंदरगाह हुगली नदी के ठीक मुहाने पर स्थित है।
3 मद्रास
- यह पूर्वी तट का सबसे पुराना बंदरगाह है।
- यह एक कृत्रिम बंदरगाह है।
4 विशाखापत्तनम
- यह देश का सबसे गहरा बंदरगाह है। जहां लौह अयस्क के निर्यात के लिए बाहरी बंदरगाह बनाया गया है।
- यह एक प्राक़तिक बंदरगाह है
- इस बंदरगाह में डाल्फिन नोज नामक पहाड़ी भाग निकल आने से यह मानसून पवन के झकोरों से सुरक्षित रहता है।
- यह आयात की अपेक्षा निर्यात अधिक होता है।
5 पारादीप
- यह एक कृत्रिम बंदरगाह है
- यहाँ से जापान को ओडिशा ( किरिविरु क्षेत्र ) का लौह अयस्क निर्यात किया जाता है।
- यह निर्यात प्रधान बंदरगाह है।
6 तूतीकोरिन
- यह बंदरगाह मन्नार की खाड़ी में स्थित है।
- इसकी पृष्ठ्भूमि खनिज पशु और कृषि-संसाधनों से युक्त है।
- इसके तटीय भागों में मत्स्य उद्योग का विकास हुआ है।
- यहाँ से कपास ,प्याज ,आदि बस्तुएं निर्यात की जाती है।
7 पोर्ट ब्लेयर
- यह अंडमान निकोबार दीप समूह की प्रसाशनिक राजधानी है और साथ ही यह अंडमान दीप का सबसे बड़ा शहर भी है।
प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे जाने वाले Question
1 कौन सा तट कोच्चि बन्दरगाह से संबंधित है
Ans मालाबार तट
2 भारत का सबसे बड़ा पोत प्रांगण है
Ans कोच्चि
3 कांडला बन्दरगाह स्थित है।
Ans कच्छ की खाड़ी मे
4 कौन सा बन्दरगाह उड़ीसा तट पर स्थित है।
Ans पारादीप
5 भारत का सबसे गहराई वाला बन्दरगाह है।
Ans पारादीप
6 मर्मूगाओ बंदरगाह स्थित है।
Ans गोवा मे
7 वह बंदरगाह जगह जहां LNG टर्मिनल नहीं है
ans- कांडला
8 सेतुसमुद्रम परियोजना जोड़ती है
ans- मन्नार की खाड़ी और पाक की खाड़ी